धेनु धन फाउंडेशन
'धेनु धन - पवित्र मन '
जय गो माता
|| ॐ करणी ||
जय गुरुदाता
गो सेवार्थ होने वाले सभी कार्यों में बने सहभागी
धेनु धन फाउंडेशन मुख्य उद्देश्य
1. गो कृषि, ऋषि कृषि और पंचगव्य आधारित मिष्ठान, बेकरी उत्पाद, औषधियाँ, सौंदर्य प्रसाधन, उत्पाद, सजावटी उत्पाद, पूजन सामग्री, शोधक (सेनेट्री) उत्पाद, अन्न, फल, दलहन, तेल, मसाले,और डेयरी उत्पादकों को बाजार उपलब्ध करवाना।
2. सात्विक, गो प्रेमी, धर्मात्मा और गोव्रती उपभोक्ताओं को गो कृषि, ऋषि कृषि और पञ्चगव्य आधारित मिष्ठान, बेकरी उत्पाद, औषधियाँ, सौंदर्य प्रसाधन उत्पाद, सजावटी उत्पाद, पूजन सामग्री, शोधक (सेनेट्री) उत्पाद, अन्न, फल, दलहन, तेल, मसाले और गोवृती डेयरी उत्पाद उपलब्ध करवाना।
3. गो आधारित लघु और कुटीर उद्योगों को फाउंडेशन के माध्यम से निःशुल्क एक मंच उपलब्ध करवाना।
4. गो उत्पाद निर्माता, विक्रेता और उपभोक्ता के मध्य सामंजस्य स्थापित करना।
5. देश विदेश में निष्काम भाव से बेरोजगार युवाओं की सहायता कर उनके माध्यम से गोवृत्ती आउटलेट (विक्रय केंद्र) स्थापित करवाना।
6. पूरे देश में भ्रमण करके पंचगव्य कुटीर उद्योगों से धेनु धन के माध्यम से गरीब लोगों को जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराना।
7. हजारों वर्षों से चली आ रही परंपरागत जीवनशैली को पुनः स्थापित करना।
8. पंचगव्य उत्पाद बनाना सिखाने हेतु संस्थान स्थापित करना विद्यार्थियों को निःशुल्क सीखाना और उनको सीखने में पूरा सहयोग करना।
धेनु धन फाउंडेशन के सहायक उद्देश्य
1. धेनु धाम फाउंडेशन के माध्यम से संचालित ३१ वर्षीय गो पर्यावरण और अध्यात्म चेतना पदयात्रा द्वारा देशभर में हो रहे गो महिमा प्रचार कार्यो में सहयोग करवाना और यात्रा के दौरान आने वाले गावों में लोगो को पंचगव्य उपयोग हेतु प्रेरित करवाना।
2. दाता देवी फाउंडेशन के माध्यम से बन रहे गो-चिकित्सालय में धेनु धन गोव्रती विक्रय केंद्र की स्थापना करवाना।
3. शासन, समाज, धर्मात्मा श्रेष्ठीजन, और समर्थ संस्थाओं के सहयोग से विशेष अभाव ग्रस्त क्षेत्र में विशेष आवश्यकता होने पर दाना देवी फाउंडेशन के सहयोग से गो आहार का प्रबंध करवाना और चारागाह विकास हेतु सहयोग करना।
4. शासन, समाज, धर्मात्मा श्रेष्ठीजन, और समर्थ संस्थाओं के सहयोग से विशेष आवश्यकता होने पर धेनु दर्शन फाउंडेशन का सहयोग कर गो संवर्धन केंद्र का निर्माण करवाना तथा और संवर्धन केंद्र के गव्य उत्पादों के विपणन में सहयोग करना ।
5. शासन, समाज, धर्मात्मा श्रेष्ठीजन, और समर्थ संस्थाओं के सहयोग से अभावग्रस्त क्षेत्र में विशेष आवश्यकता होने पर धेनु धारा फाउंडेशन के अनुमोदन पर जल की खेल
(कुंडी ) बनवाना।
6. दवा देवी फाउंडेशन के अनुमोदन और आग्रह पर गौ एंबुलेस उपलब्ध करवाने के लिए श्रीमंत संस्थाओं को प्रेरित करना तथा इस हेतु विधायक और सांसद निधि का उपयोग करने के लिए विधायक, सांसद को प्रेरित करना, दवा देवी फाउंडेशन के माध्यम से अभावग्रस्त गो- चिकित्सालय में नि:शुल्क दवा वितरण करवाना।
7. ग्वाल शक्ति सेना (G.S.S) के माध्यम से पंचगव्य उत्पादनकर्ता, विपणन कर्ता, गोशाला और गो-चिकित्सालय के लिए शासन और समाज द्वारा भूमि आवंटन अथवा भूमि दान में आ रही समस्याओं का निराकरण करवाना।
8. धेनु शक्ति संघ (d.S.S)(गो सेवी महिला संगठन) के माध्यम से पंचगव्य उत्पादकों और वितरकों हेतु शासन और समाज द्वारा भूमि आवंटन अथवा भूमि दान में आ रही समस्याओं का निराकरण करवाना तथा इनके उत्पादन वितरण में शासकीय सहयोग दिलवाना।
9. दृष्टि देवी फाउंडेशन के माध्यम से गोव्रती उत्पादों का प्रचार प्रसार करवाना और समाज के सहयोग से गो-सेवा हित जन जागरण हेतु धार्मिक, चिकित्सीय साहित्य प्रकाशन और वितरण में धेनु धन गोव्रती उत्पाद केन्द्रों के माध्यम सहयोग करना।
10. धेनु देवी फाउंडेशन के माध्यम से गोव्रती उत्पाद विक्रय केन्द्रों हेतु उचित श्रद्धावान बेरोजगार कार्यकर्ताओं का चयन करने की व्यवस्था करवाना गो आधारित शैक्षिक कार्यों के लिए शिविर लगवाना।
11. धेनु धरती फाउंडेशन के बैल और पंचगव्य आधारित ऋषि कृषि के कार्यों को कथा के माध्यम से प्रचारित करना तथा उनके ऋषि कृषि आधारित उत्पादों के विक्रय में सहयोग करना।
12. धार्मिक केंद्र स्थापित करना।
13. गौशाला निर्माण एवं संचालन करना।

धेनु धन फाउंडेशन
मध्यप्रदेश के सालरिया, आगर मालवा में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संचालित कामधेनु गौ अभयारण्य में परम पूज्य सद्गुरुदेव भगवान के मुखारविंद से एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव आयोजन के दौरान एक बैठक में गौमाता की सेवा को किस प्रकार वैश्विक विस्तार प्रदान किया जाए…इस विषय पर विचार किया गया, तब मन में ऐसा भाव जाग्रत हुआ की गौमाता की वैश्विक स्तर पर महिमा को वापिस उजागर करना है, तो हर सम्भव प्रयास करने होंगे। गौमाता के गव्य आध्यत्मिक, व्यावहारिक और वैज्ञानिक दृष्टि से मानव जाति अपने सर्वोच्च स्तर ले जाने का महत्व रखते है। इनके प्रयोग से और संग से मानव सकारात्मकता का उच्च स्तर हासिल करेगा, पूर्ण स्वास्थ्य पा सकेगा।
आजकल पूरे देश मे देखने को मिल रहा है कि गोमाताएं जगह- जगह सडकों पर कूड़ा-करकट में बैठी रहती है और ऐसे कूड़ा करकट के ढ़ेरों मे जो कुछ उन्हें बासी भोजन मिलता है, उन्हें वो पा लेती है। पूरे देश मे गोमाता की तस्करी कसाईयों द्वारा हो रही है और उनको बड़ी ही बेदर्दी से मारकर उनके मांस, हड्डी को एक्सपोर्ट किया जा रहा है।
इस आर्थिक युग मे लोगों को सिर्फ अर्थ से ही मतलब रह गया है। इसलिए जब गौमाता दूध देना बंद कर देती है, तो वे उन्हें घरों से निकाल देते है।
गवर्नमेंट की डेयरी योजना में फैट मानक पर दूध को खरीदने से गौमाता अमृततुल्य दूध की वैल्यू घट गई है, जिससे भारी नुकसान गौवंश को हो रहा है। गौमाता के गोबर जिसमें लक्ष्मी जी का वास है और गौमूत्र जिसमें गंगा जी का वास है, उसकी वैल्यू लोगों द्वारा विस्मृत हो जाने से गोवंश को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
कुछ मुट्ठीभर लोग भारत में गव्य उत्पाद कर रहें है, परन्तु उनको मार्केट नहीं मिल पा रहा हैं, जिससे वे निराशा की ओर बढ़ रहें है, उनका सहयोग करना, जिससे गोवंश की दशा इस देश में अच्छी स्थिति में आ जाए

हमारी प्रमुख सेवाएं
भारतवासियों को पवित्र वस्तु उपलब्ध करवाना
अभाव ग्रस्त और निर्धन परिवारों को आउटलेट उपलब्ध करवाना..
अभावग्रस्त और गरीब परिवारों को आउटलेट के माध्यम से पंचगव्य कुटीर उद्योग से जोड़ना
पूरे देश मे भ्रमण करके पंचगव्य कुटीर उद्योगों का धेनु धन के माध्यम से गरीब लोगों से जोड़ना
फाउंडेशन के सदस्य


साध्वी श्री श्रद्धा गोपाल सरस्वती दीदी जी - मार्गदर्शक

गोवत्स भारत भाई श्री - {Director}

प्रधान प्रजापत जी - (Trustee)

पांचू भैया - (Trustee)

रवि कुमार गौतम - (Trustee)
गोमूत्र, गोबर, गोदुग्ध, गोधूली, गोशाला, गोखुर और पके हुए हरे-भरे खेत नजर भर देख लेने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
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