Panchu Bhaiya

जन्म स्थान:- आसलपुर जयपुर
जन्म दिन:- मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी संवत 2040
प्रारंभिक जीवन:-
आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर और माता पिता पूर्ण धार्मिक प्रवृति व परिवार बहुत बड़ा होने की वजह से बहुत ही संघर्षमय बीता। पिताश्री जी की स्थिति बिल्कुल सुदामाजी जैसी ही थी। 
हम 9 भाई है, पिताश्री ने केवल मजदूरी बिना पानी/खारे पानी के बेस पर खेती कर सबका पालन पोषण पढ़ाई आदि करवाई। 
 
 
 

शिक्षा :- MA  फाइनल
आर्थिक स्थिति बिल्कुल कमजोर होने की वजह से कक्षा 7वीं से ही गर्मियों की छुट्टियों में मजदूरी करके उससे प्राप्त राशि से कॉपी, किताब, कपड़े आदि की व्यवस्था कर पढ़ाने का कार्य और कक्षा में हर बार पहले स्थान पर आने का सौभाग्य मिला, 12th में विज्ञान विषय था, आर्थिक स्थिति कमजोर की वजह से मेडिकल लाइन की खर्चीली पढ़ाई होने की वजह से बी.ए. एम.ए. प्राइवेट परीक्षा देकर आगे का अध्ययन मार्बल फिक्सिंग का काम सीखते वक्त कंप्लीट किया। माता-पिता जी की गौ-सेवा और धार्मिक लगन से बचपन से ही पूरे परिवार में धार्मिक प्रवृति और नेकी पर चलने की आदत माता-पिता और कुलगुरु ने डाल दी थी।
पढ़ाई के प्राथमिक दौर पर ही हनुमान जी की भक्ति भावना के दौर की वजह से सुंदरकांड , व्रत उपवास आदि का दौर चलता रहा। 
2013 में पूरी तरीके से मैंने स्टोन इंटीरियर का काम स्टार्ट किया और इसी के साथ गांव में सार्वजनिक गौशाला निर्माण हेतु नींव रखी गई,  जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी से काम करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ। 2013 में ही गौ सेवार्थ कार्य करते हुए हनुमानजी महाराज का सपने में साक्षात्कार दर्शन हुए, वार्ता हुई। हनुमानजी महाराज के आदेशानुरूम श्री राम जी को पूरे दरबार सहित स्थापित किया गया। यहाँ से मेरे जीवन का नया मोड स्टार्ट हुआ, मंदिर बनाने और भगवान के विराजमान करने का लेशमात्र भी सामर्थ्य नहीं था, परन्तु हनुमान जी का आदेश मान कर काम स्टार्ट कर दिया। 
इनकम का रास्ता ऐसा खुला,  मंदिर 9 महीने में कंप्लीट होकर भगवान श्री राम जी विधि विधान से हमारे आवास के नजदीक (2 फरवरी 2014 को ) विराजमान हो गए। मैं दिल्ली में ही काम करता था। फरवरी 2016 में दिल्ली गौमाता राष्ट्रमाता की विशाल सभा के एक दिन पहले ही शाम को कार्यक्रम की रूपरेखा देखने की मन में उत्सुकता थी। वहाँ चला गया। वहाँ पर 31 वर्षीय गौ चेतना यात्रा की गाड़ियां खड़ी थी। वहाँ एक दीदी कुछ लोगों को इकठ्ठा कर प्रवचन करने बैठी थी। मैं भी कुछ सुनने ओर इस यात्रा की जानकारी की उत्सुकता से उन लोगों के बीच जा बैठा। आधे घंटे के वह प्रवचन सुनकर गुरुदेव से मिले बिना रहा नहीं गया और जयपुर आने का समय तारीख की चर्चा हुई। कुछ दिनों बाद 9 मई 2016 में गुरुदेव के आदेशानुरूप दीदी जी के माध्यम से हमारे गांव में गौ कथा का कार्यक्रम रखा गया। 
गौ कथा ने मेरे जीवन को ओर एक नया मोड दे दिया। उसी वर्ष की गुरु पूर्णिमा को गुरुदेव से गुरुमंत्र लेने का सौभाग्य मिला और उसी दिन से गोवर्ती रहने का संकल्प ले लिया।
गुरुदेव की कृपा से मैंने मेरे बिजनेस में गौमाता जी को 90% के हिस्से का पार्टनर बना लिया।
अर्थात् कुल आमदनी का 90 फीसदी किसी भी रूप में चाहे वह गव्य उत्पाद का प्रोडक्शन हेतु हो या गौ-सेवा के रूप में या किसी न किसी रूप में गौमाता जिस कार्य से जुड़ी हो, उसमें खर्च करने का मानस बनाया। केवल आमदनी का  10% हिस्सा ही अपने सांसारिक जीवन को चलाने का रखा गया।
गुरुदेव की कृपा से मेरा मुख्य फोकस गौमाता जी के पवित्र गोबर को किसी न किसी माध्यम से उपयोग हेतु हर घर और हर देवस्थानों तक पहुंचाना है, ताकि गोबर के माध्यम से गौमाताएं गौ पालकों के पास सुरक्षित रह सके।
गोबर पर रिसर्च कर उत्पाद बनाने हेतु लगभग 4 करोड़ का अब तक इनवेस्मेंट कर चुका हूँ। जब तक पूर्ण सफलता नहीं मिलेगी, तब तक यह क्रम जारी रहेगा। बैंकों से लाखों उधार कर नया से नया गोबर उत्पाद बनाना जारी है।
गौ, गुरु, गोविंद कृपा से काफी प्रयोगों के बाद अब सफलता के रास्ते खुलते नजर आ रहे है 
अभी रिसर्च पर चल रहे प्रोडेक्ट 1 गोबर से फ्लेक्सिवल कपड़ा बनाना (ऐसा कपड़ा इंडिया में नहीं बनता, अभी चीन बना रहा है)
यह कपड़े का प्रयोग अपना सफल हो गया है, केवल इसके धूप में कलर उड़ाने की टेस्टिंग जारी है चार महीने में इसकी टेस्टिंग कंप्लीट हो जाएगी। यदि इस फ्लेक्सिबल गोबर के कपड़े का कलर सूर्य की रोशनी से नहीं उड़ा, तो गोबर से रोजगार के अपार माध्यम खुल जाएंगे। 
इस फ्लेक्सिबल कपड़े से निम्न प्रोडेक्ट बड़े स्तर पर बन सकेंगे-
1. नेचुरल थीम के पत्थर
2. बड़ी बड़ी गौमाताओं या अन्य किसी भी तरह की मूर्तियाँ, जो पत्थर की बनाई जाती हैं।
3. होम डेकोर आइटम। 
4. फर्नीचर के सभी बड़े आइटम आदि 

अभी बन रहे गोबर से उत्पाद :-
1. गौमय पफ पैनल 
2. गोबर पुट्टी
3. गोबर से तस्वीरें 
4. विभिन्न तरह की कलाकृतियां 
5. संभरनी कप/ छोटे हवन कुंड
6. धूपबत्ती
7. दीपक

गौ सेवार्थ चल रहा कार्य:- 
श्री राम धर्मार्थ गौ सेवा संस्थान आसलपुर
धेनु कृपा गौ धाम
श्री राम दरबार आसलपुर
धेनु कृपा पंचगव्य उत्पाद ग्रामोद्योग आसलपुर 
धेनु कृपा रूफिंग प्राइवेट लिमिटेड
आसपलुर जयपुर 

वेबसाइट 
www.dhenukripa.com
www.dhenukripa.net